दिल्ली का लोदी पार्क इतिहास की गवाही देता है
पीछे लोदी वंश के शासको की समाधियां है
पत्थरों की बनी ये इमारते ठण्डी और सुकून देती है
सामने हरे-भरे विभिन पेड़-पौधे करीने से सजे है, फव्वारे है, पक्षी भी है
कुल मिलाकर यहां सैर करना अच्छा लगा
दिल्ली का लोदी पार्क इतिहास की गवाही देता है
पीछे लोदी वंश के शासको की समाधियां है
पत्थरों की बनी ये इमारते ठण्डी और सुकून देती है
सामने हरे-भरे विभिन पेड़-पौधे करीने से सजे है, फव्वारे है, पक्षी भी है
कुल मिलाकर यहां सैर करना अच्छा लगा
दिल्ली का इण्डिया गेट याद दिलाता है हमारे स्वाधीनता संघर्ष को
मुख्य इमारत पर शहीदों के नाम लिखे है जिसे हम आसानी से पढ़ तो पाए लेकिन कैमरे में क़ैद नही कर पाए
यहां कुछ देर समय बिताना अच्छा लगा
दिल्ली में कुतुबमीनार
अब मीनार में भीतर जाने की मनाही है, बंद दरवाज़ा –
बाहर से ही घूम कर देखा जाना है, ठण्डे गलियारों में टहलना अच्छा लगा
खंडहर हो चुके भागो की भी अपनी शान है
क़ुतुब देखने के बाद हम इण्डिया गेट गए जिसकी चर्च अगले चिट्ठे में