Archive for तेलंगाना
मेदक चर्च
पोचाराम झील और वाइल्ड लाइफ
पोचाराम झील पानी की कमी से सूखी ही लगी जिससे यहां रौनक भी कम ही रही –
झील के किनारे पोचाराम वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है। यहां साढ़े चार किलोमीटर में अभयारण्य फैला है –
दोनो ओर वन है बीच के कच्चे रास्ते से देखते चलना है इसीसे यहां केवल चौपहिया वाहन से ही जा सकते है –
वैसे यहां रेल की व्यवस्था का प्रावधान है लेकिन रेल अभी शुरू नहीं की गई है। यहाँ संख्या में हिरण अधिक है –
झुंड के झुंड कुलांचे मारते नज़र आए। हिरण के अलावा मोर और नील गाय भी नज़र आए लेकिन कैमरे में कैद करना कठिन ही रहा, हम इंसानों को देख कर और थोङी सी आहट पा कर वन में भीतर दौङ जाते है।
इसके बाद हम गए चर्च जिसकी चर्चा अगले चिट्ठे में ….
मेदक क़िला
मेदक का क़िला बारहवीं सदी का है.
द्वार पर कलात्मक हाथी से इसके काकतीय शैली में बने होने का पता चलता है –
वैसे अब सीढ़िया ही बची है जो संख्या में 250 है –
सबसे उपर बनी दूध बौली ही क़िले का मुख्य आकर्षण है –
तेलंगाना में बौली का अर्थ है कुँआ। वैसे कुएं जैसी गहराई नहीं है, तालाब जैसा ही है। इसमें कुछ पानी तो हमेशा बना रहता है। कहते है पहले इसमें केवल दूध हुआ करता था जिसका अंदाज़ा पानी के पास के सफेद पत्थरों से लगता है।
इसके बाद हम गए पोचाराम झील और पोचाराम वाइल्ड लाइफ सेंचुरी जिसकी चर्चा अगले चिट्ठे में ….