पंढरपुर से निकल कर हम पहुंचे तुल्जापुर जहां हमने देखा तुल्जा भवानी का मंदिर।
यह मंदिर बहुत पुराना है। पत्थरो से बनी बडी ईमारत है। मंदिर निचली सतह पर है। सीढिया उतर कर नीचे जाना है। विशाल आहाता पार करने के बाद ही आठ भुजाओं वाली तुल्जा भवानी केदर्शन होते हैं।
एक और गर्भ गृह में भवानी शंकर के दर्शन भी होते है।
गर्भ गृह से पहले पुरोहित लगातार वाद्य बजाते बैठते है, ऎसी पद्धति बहुत कम मंदिरों में है। बाहर खुले भाग में चारो ओर दीवारों से सटी मूर्तियों में विभिन्न देवी – देवताओं के दर्शन भी होते है।
यहाँ से हम हैदराबाद लौट आए।