Archive for गुजरात

सांदीपनी आश्रम

पोरबंदर में नवनिर्मित है सांदीपनी आश्रम –

20160403_171115

भव्य कलात्मक इमारत है जिसमे शिवलिंग और विभिन्न देवी-देवताओं की भव्य मूर्तियां है – शिव-पार्वती, लक्ष्मी नारायण, जानकी वल्लभ, दुर्गा-गणेश. पीछे एक विज्ञान कक्ष है जिसमे ज्ञान विज्ञान संबंधी विभिन्न तस्वीरें है.

इस आश्रम के निकट है पोरबंदर समुद्र तट जो बहुत गन्दा है जहां खड़े रहने में भी कठिनाई होती है –

20160403_160626

पूरा पोरबंदर न अधिक साफ़-सुथरा है और न ही अधिक विकसित। गांधी जी की प्रतिमा केवल कीर्ति मंदिर –

20160403_154120

उनके पैतृक निवास स्थान पर ही नज़र आई और बापू के तीन बन्दर कही नज़र नही आए.

इसके बाद हम हैदराबाद लौट आए और सबसे पहले जी भर कर और पेट भर पानी पिया … गुजरात का पानी … उफ्फ्फ्फ़ ! कड़वा !! ठंडा हो या सामान्य या मिनरल … दो बूँद पीना कठिन रहा …. शायद इसीलिए वहां के भोजन में गुड का प्रयोग अधिक होता है …. खैर .. इस कड़वाहट के बावजूद भी हमारा ट्रिप अच्छा रहा.

टिप्पणी करे

सुदामा पुरी

पोरबंदर में भारत मंदिर देखने के बाद हम पहुंचे सुदामा पुरी –

20160403_154636

यह सुदामा का मंदिर है. गर्भगृह में बीच में सुदामा, एक ओर राधाकृष्ण और दूसरी ओर सुशीला जी की मूर्तियां है –

20160403_143157

सबसे आकर्षक है मंदिर के प्रांगण में 84 करोड़ परिक्रमा –

20160403_142830

इसमें चलना बहुत कठिन है, इसका पूरा रास्ता पार करना सचमुच 84 योनियों को पार करने जैसा ही कठिन है.

इसके बाद हम गए सांदीपनी आश्रम जिसकी चर्चा अगले चिट्ठे में …

टिप्पणी करे

भारत मंदिर और नेहरू तारामंडल

पोरबंदर में भारत मंदिर और नेहरू तारामंडल आमने-सामने है –

20160403_150617

20160403_145959

नेहरू तारामंडल कुछ ख़ास नही है, शो दिखाए जाते है पर उच्च आधुनिक तकनीक नही है.

भारत मंदिर में हरा-भरा अहाता पर करने के बाद मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों ओर चार-चार स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियां लगी है –

20160403_145858

भीतर बड़े कक्ष में बीचों-बीच भारत का नक्शा है और पूरे कक्ष में स्तम्भों की चारों दीवारों पर विभिन्न हस्तियों की तस्वीरें है जिनमे आर्यभट्ट, नागार्जुन से लेकर शबरी, महारानी पद्मिनी, और राम आदि चरित्र भी है –

20160403_145357

दीवारों पर ताजमहल जैसे स्थानों के चित्र है –

20160403_145803

हर चित्र के स्थान पर एक सूक्ति लिखी है. कुल मिलाकर भारतीय संस्कृति की लगभग सभी हस्तियां और स्थान यहां देखे जा सकते है. जिन्हे देखना अच्छा लगा.

इसके बाद हम गए सुदामा पुरी जिसकी चर्चा अगले चिट्ठे में …

टिप्पणी करे

Older Posts »