भुवनेश्वर का श्री राम मन्दिर आज के दौर का बना है जो कलात्मक और साफ-सुथरा है –
बीच में मुख्य गर्भगृह में राम लक्ष्मण सीता हनुमान की मूर्तियाँ है। इसके एक ओर के गर्भगृह में राधाकृष्ण और दूसरी ओर के गर्भगृह में हनुमान की मूर्तियाँ है।
भुवनेश्वर का श्री राम मन्दिर आज के दौर का बना है जो कलात्मक और साफ-सुथरा है –
बीच में मुख्य गर्भगृह में राम लक्ष्मण सीता हनुमान की मूर्तियाँ है। इसके एक ओर के गर्भगृह में राधाकृष्ण और दूसरी ओर के गर्भगृह में हनुमान की मूर्तियाँ है।
भुवनेश्वर में संग्रहालय को स्टेट म्यूज़ियम कहते है –
यहाँ विभिन्न खुदाइयों में मिली बौद्ध युग की दूसरी-तीसरी शताब्दी की प्रतिमाएं है। उङिया लिपि और संख्या के विकास को प्रदर्शित किया गया है। कपङों पर की गई पेंटिंग भी है जो इस प्रदेश की खासियत है। राजाओं महाराजाओं के चित्र है। हर युग के सिक्के प्रदर्शित किए गए है जिनमें आज के युग के बंद हो चुके पांच पैसे के सिक्के भी है। यहाँ का हैण्डलूम भी प्रदर्शित किया गया है और यहाँ के वन्य जीवन का भी परिचय मिलता है।
भुवनेश्वर में इस स्थान का मूल नाम है धौलपुर जो धौली के नाम से लोकप्रिय है यहाँ है – शान्ति स्तूप