अमरेश्वर मन्दिर – स्वयंभू शिवलिंग

2 टिप्पणियां »

  1. बहुत ही सुन्दर जानकारी. आभार. यह अमरावती है कहाँ. कैसे जाएँ. यदि यह आंध्र वाला अमरावती है तो सुना है बौद्ध काल में नागार्जुन यहीं का था. यहाँ बौद्ध स्तूप भी हैं.

  2. annpurna said

    सुब्रह्मण्यम जी, लगता है आपने पिछला चिट्ठा नहीं पढा, उसमें पूरी जानकारी है।

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